July 12, 2010

An "Untold" story .... (continued)

Second Chapter -

हम दोनों साथ थें! एक-दूसरे से चिपके पड़े! मैं उसके सांसों की गर्मी महसूस कर सकता था! वो बिना कुछ बोले, बस मुझसे लिपटी पड़ी, आने वाले पल का इंतज़ार कर रही थी!


“तुम्हे डर तो नहीं लग रहा”

“लग रहा है, हम पकडे गयें तो?”

“डर मत! मैं हूँ तेरे साथ, बस मुझे पकड़ के रखना”(मैं धीरे से फुसफुसाया)

उसने अपने हाथों के घेरे को कसते हुए, मुझे और जोर से पकड़ लिया! मेरे शरीर में एक अजब सी सिरहन सी दौड गयी, एक अजीब सा एहसास मुझे घेरे जा रहा था! मैंने उसकी तरफ देखा, वो चुप-चाप आँखें बंद किये, अपने सर को मेरे सीने से लगाये ना जाने क्या सोंच रही थी, उसका वो मासूम सा चेहरा मानो दिल में ही उतर गया! वो डर रही थी, उसके डर को कम करने को, मैंने अपने हाथों को उसके चारों तरफ मजबूत करते हुए ये एहसास दिलाया कि, मैं उसके साथ हूँ! 


“डर मत! हमे कोई भी नहीं ढूँढ पायेगा! बस थोड़ी देर और फिर हम ....” (उसने मेरी बात को बीच में ही काट दिया)  

“मुझे मालूम है, तू है न मेरे साथ?” (उसने मेरी तरफ देखते हुए पूछा)


मैंने सिर्फ सर हिलाकर, हामी भर दी!

हम दोनों एक अजीब से मतलब को जी रहे थें! आज पहली बार वो मेरे इतने करीब थी! सबकुछ भूलकर,बस इंतज़ार कर रहे थें! करीब आधे घंटे तक मैं उस एहसास का कायल होता रहा! घडी की टिक-टिक और उसकी गर्म साँसे जो मेरे गर्दन को छु रही थी, उनकी वजह से दिल बेचेंन सा हो रहा था! उसकी साँसों की खुसबू तो जैसे मेरे अंग-अंग को मदहोश कर रही थी! मैंने अपने हांथों को, धीरे से सरका कर उसके कमर के करीब रख दिया, वो अब भी मुझे जोर से पकडे हुई थी!

तभी अचानक, एक जानी-पहचानी सी आवाज ने हम दोनों को चौंका दिया! कोई हमारी तरफ ही आ रहा था ....

“अब क्या होगा ? चलो चलते हैं”

“चुप हो जाओ” (मैंने धीरे से, उसे चुप होने के लिए कहा)


“पर हम पकडे गयें तो”


“तुम प्लीज ऐसी बातें मत करो, कुछ नहीं होगा” (डर तो मुझे भी लग रहा था, पर मैंने उसकी हिम्मत बढ़ाने के लिए, बस जो मन में आया वो कह दिया)


वो आवाज धीरे-धीरे पास आ रही थी, हमारी धडकनों की रफ़्तार करीब दुगनी हो गयी थी! हमे पकडे जाने का डर सता रहा था! हम बिलकुल शांत पर घबराए हुए थें, बस इंतज़ार कर रहे थें ....

और तभी .... “तुम दोनों” (किसी ने हमे देखकर चौंकते हुए पूछा) ! 


Who is she? 
Where we are?
Who Caught us?
will answer all these in its next Chapter.





Follow me for 3rd Chapter. To be Continued ....
pratik'



3 comments:

  1. i will read the next chapter ....then i will comment...u caught my attention....

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  2. sure .... will come as soon as possible ....
    THANKS !!!!

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  3. when will u write next chapter

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