जब कोई बात बिगड जाये, जब कोई मुश्किल पड़ जाये, तुम देना साथ मेरा ओ हमनवा ! न कोई है, न कोई था, जिंदगी मैं तुम्हारे सिवा, तुम देना साथ मेरा ओ हमनवा !
प्यार वो आधार होता है जिसके सहारे हम अपनी पूरी जिंदगी गुजार लेते हैं ! ये वो अनमोल इकाई है, जो हमे दूसरों से बांधे रखता है! प्यार वो एहसास है जिससे शब्दों में बयां नहीं कर सकते! यह अद्भुत है, सुन्दर है, बहुमूल्य है, यह अविरल है! यह एक दूसरे के प्रती निष्ठा और विश्वास का प्रतीक है! जहां प्यार होता है वहाँ तकरार भी होता है! तकरार यह दिखाता है कि तुम्हारा प्यार
कितना गहरा है!

गुरूजी ने ठीक ही कहा है, हम अगर किसी की भलाई के लिए, कुछ अच्छा करने के लिए अगर गलत तरीके का सहरा लें या गलत हो तो उसके पीछे छिपी उसकी मंशा को देखे न की उसके तरीके को! जो इंसान तुम्हे प्यार करता है, वो चाह के भी तुम्हारे लिए बुरा नहीं सोंचेगा, बुरा नहीं बोलेगा, वो तो बस तुम्हे चाहता है, और तुम्हे ये समझना चाहिए कि उस इंसान के ऐसा करने के पीछे उसकी क्या मंशा थी, उसके ऐसा करने से तुम्हे क्या मिला! वो तो तेरी खुशी के लिए, तेरी सिर्फ एक मुश्कान के लिए शायद कुछ भी करे, शायद कहीं वो गलत भी हो, पर तुम्हे तो समझना चाहिए, की उसने ऐसा सिर्फ और सिर्फ तुम्हारे लिए किया! अगर वो कोई बात करता है, जो तुम्हे बुरी लगे, ये जरूरी नहीं है की उसने ये जानबूझ के किया हो, हो सकता है, वो भी तुमसे वो चीज ना चाहता हो, पर उसने उसे बताने के गलत तरीके से बोला हो, कम से कम तुम्हे तो ये समझना चाहिए क्यूंकि तुम शायद उसकी दोस्त हो, उसकी पत्नी हो, उसकी बहन हो! अगर तुम किसी रिश्ते को निभाना चाहते हो, चाहे वो, दोस्ती का हो, प्यार का हो, भाई-बहन का हो, तुम्हे समझना चाहिए, जो तुम्हे प्यार करता है, वो तुम्हारा दिल कभी भी जानबूझकर नहीं दुखायेगा!

किसी भी इंसान के लिए सबसे बुरा दिन वो होता है, जब कोई अपना उससे रूठकर कहीं दूर चला जाये! पर, उस इंसान को रूठने से पहले कम से कम एक बार तो रुक कर ये जानने की कोशिश तो करनी चाहिए की उसने ऐसा क्यूँ किया! शायद उसने ऐसा सिर्फ तेरा प्यार पाने के लिए किया हो, इसमें उसकी गलती क्या है ? वो बेचारा तो सिर्फ तेरे सपने संजोये, तेरी दोस्ती और भरोसे को पाना चाहता है, अगर उसने कहीं गलत तरीके से कुछ कह भी दिया, तो कम से कम एक दोस्त के नाते तुम्हे तो समझना चाहिए, उसपे भरोसा करना चाहिए!
हाँ, मैं सिर्फ प्यार के लिए जीता हूँ, नहीं चाहिए मुझे धन दौलत, नहीं चाहिए ऐसो आराम, मुझे तो बस तेरा भरोसा चाहिए, तेरा दोस्ती चाहिए और कुछ नहीं !
Appreciated by Blog of Sri Sri Ravi Shankar Ji [blog - Faith is to love something you have no idea about.]
pratik'
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